Power Crisis : यह बिजली का संकट या कोयले का संकट नहीं यह भुगतान का संकट है, जानिए कौन है असली गुनहगार

Power Crisis : भारत में इस समय बिजली का संकट (Power Crisis) एक बड़ी समस्या बन गई है। देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री के पार हो गया है। इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने बिजली की मांग (Power Demand) और कोयले की कमी ने बिजली की समस्या (Power Crisis) को और भयावह बना दिया है। देश के कई राज्यों में घंटों घंटों बिजली की कटौती होती है। यह समस्या एक विकराल रूप ले रही है। बिजली की मांग घटने के बजाय बढ़ती नजर आ रही है।

बढ़ रहा है Power Crisis

बिजली उत्पादकों (Power Producers) पर बिजली वितरण कंपनियों यानि कि डिस्कॉम का 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है और फिर भी वे उन्हें बिजली बेचना जारी रखते हैं। इस सब के बीच भारत की बिजली की मांग 26 अप्रैल को 201 गीगावाट (GW) से ज्यादा हाई टाइम पर पहुंच गई क्योंकि इस साल की शुरुआत में ही गर्मी शुरू हो गयी थी। सरकार को उम्मीद है कि मई-जून में मांग 215-220 गीगावॉट तक पहुंच जाएगी।

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बिजली की मांग में 8.9 % की वृद्धि

बिजली मंत्रालय ने 26 अप्रैल को एक बयान में कहा, “बिजली की बढ़ती मांग (Power Demand) देश में आर्थिक विकास को दर्शाती है।” मार्च में ऊर्जा की मांग में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो औद्योगिक गतिविधियों में तेजी और बढ़ते तापमान के बीच किसानों और परिवारों की उच्च मांग से प्रेरित थी।

Power Crisis के पीछे असली गुनहगार कौन है?

दिन पर दिन गर्मी बढ़ती जा रही है। इस चिलचिलाती गर्मी में लोग बिजली न आने पर बेहाल हो रहे हैं। कई कई घंटों तक घरों में बिजली नहीं आती है। जिससे लोगों को पानी की समस्या से भी जूझना पड़ता है। वैसे बिजली न आने के पीछे असली गुनहगार कौन है? भुगतान न करने वाला या कोई और है। यह बिजली संकट नहीं है यह कोयला संकट नहीं है यह तो भुगतान का संकट है और कौन है वो जो भुगतान नहीं कर रहा है।

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भारत में कई हिस्से ब्लैकआउट का कर रहे सामना

भारत में बिजली संकट (Power Crisis) के बीच कोयला गाड़ियों की आवाजाही के लिए सैकड़ों यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। भारत के कई हिस्से लंबे समय तक ब्लैकआउट का सामना कर रहे हैं जबकि कुछ उद्योग जीवाश्म ईंधन की कमी के कारण उत्पादन में कटौती कर रहे हैं। भारतीय रेलवे (Indian Railway) के एक अधिकारी ने कहा कि यह उपाय अस्थायी है और स्थिति सामान्य होते ही यात्री सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।

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