Momos Alert : मोमोज ज्यादातर लोगों का पसंदीदा स्ट्रीट फूड (Momos Street Food) हैं। दोस्तों के साथ या फॉमिली के साथ मोमोज खाने का लाभ हर कोई उठाता है। मोमोज का स्वाद इतना मनभावन होता है कि अक्सर लोग इसे लाल चटनी और मेयोनेज के साथ बिना चबाए निगल जाते हैं। लेकिन हाल ही में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूशन ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के द्वारा मोमोज खाने को लेकर सुरक्षा निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके बाद मोमोज के फायदे और नुकसान गिने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि मोमोज आया कहां से है, इसे बनाते कैसे हैं, इन्हें खाने से हमारे शरीर पर क्या असर पड़ता है और किस वजह से मोमोज आजकल चर्चाओं में है।
Momos Alert नेपाल से हुआ मोमोज का आविष्कार
नेपाल से हुआ था मोमोज का आविष्कार। मोमोज एक 600 साल पुरानी डिश है। काठमांडू घाटी के लोग द्वारा खाये जाने वाले प्रमुख व्यंजनों में से एक है मोमोज। लेकिन धीरे-धीरे ये व्यंजन तिब्बत से चीन और जापान होते हुए एक नेपाली राजकुमारी द्वारा दुनिया भर के अन्य देशों में पेश किया गया। सोशल मीडिया (Social Media) पर खाने के व्यंजनों की वीडियो बनाने वाले कुछ फूड व्लॉगेर्स ने इसे और अधिक फेमस कर दिया है, जिसके बाद इसका जिक्र कई वेब सीरीज में कॉलेज के बच्चों के मनपसंद खानों में से एक के रूप में हुआ है। जिसके बाद पूरी दुनिया भर में ये लाखों लोगों का मन पसंदीदा स्ट्रीट फूड बन गया है।
Momos Alert :क्यों कहा AIIMS ने की मोमोज संभलकर खाएं
दिल्ली एम्स के विशेषज्ञों ने कहा था कि मोमोज की सतह फिसलन भरी होती है और अगर आप इसे बिना चबाए खाएंगे तो आपकी मृत्यु भी हो सकती है। 50 वर्षीय युक्ति की मोमोज खाने के बाद मृत्यु हो गई। और इसी के कारण मोमोज खाने को लेकर सुरक्षा निर्देश जारी किए गए थे।
आज कल के लोग किसी भी चीज़ को बिना देखे समझे खा लेते है। हमें ये भी नहीं पता होता कि अगर हम इस खाने को खाते हैं तो इससे हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसलिए अब से अगर आप कोई भी चीज़ खाएं तो ये जान लें की हमारी जीभ के साथ साथ हमारे शरीर पर भी उसका असर पड़ेगा।
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मोमोज बनाने की विधि
- पहले मैदा, नमक और बेकिंग पाउडर मिलाकर पानी की मदद से आटा गूंध लें।
- गर्म तेल में प्याज़ और लहसुन डालें।
- इन्हें तेज आंच पर भूनें साथ में गाजर और पत्ता गोभी डालें। बाद में गैस से उतार लें और सोया सॉस, नमक, सिरका और काली मिर्च मिलाएं।
- आटे की छोटी- छोटी लोई बनाकर बेल लें।
- छोटी लोई बेलने के बाद रोटियो के किनारे पानी लगाएं और बीच में जो फिलिंग बनाई है उसे रखें।
- किनारे को एक हाथ से लेकर फिलिंग को ढंकें।
- बची हुई रोटियो को भी इसी तरह सील करके भर दें।
- 15 मिनट के लिए स्टीम करें और सोया सॉस और चिली सॉस के साथ परोसें या फिर लाल चटनी के साथ।