Tomato Fever : केरल में टमाटर फ्लू (Tomato Fever) के बढ़ने से राज्य में निगरानी को तेज कर दिया है। टमाटर फ्लू (Tomato Fever) में लाल छाले के कारण इसका नाम Tomato Fever रख दिया गया है। तमिलनाडु-केरल सीमा पर तैनात अधिकारियों की एक टीम पड़ोसी राज्य से आने वाले लोगों की जांच कर रही है। कोयंबटूर के स्वास्थ्य सेवाओं के उप निदेशक डॉ पी अरुणा ने बताया कि राजस्व निरीक्षकों, स्वास्थ्य निरीक्षकों और पुलिस सहित तीन टीमों को शिफ्ट के आधार पर तैनात किया गया है। अगर किसी को बुखार और रैशेज हैं तो वे नोट कर लेंगे।
Tomato Fever क्या है?
टमाटर बुखार (Tomato Fever) एक वायरल बुखार है जो खासकर छोटे बच्चों में ज्यादा तेजी से फैल रहा है। टोमैटो फ्लू में बच्चों को रैशेज, त्वचा में जलन, डिहाइड्रेशन और लाल छाले जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। शायद इसी वजह से इस वायरस को टोमैटो फ्लू कहा जा रहा है।
ये भी पढ़े : Cinnamon Milk Benefits : एक गिलास दूध में मिलाएं दालचीनी पाउडर, मिलेंगे ये कमाल के फायदे!
Tomato Fever 80 से अधिक बच्चे हो रहे संक्रमित
टोमैटो फीवर (Tomato Fever) के नाम से नए फ्लू ने पूरे केरल में हलचल मचा दी है और 80 से अधिक बच्चे संक्रमित हो गए हैं। कहा जाता है कि फ्लू वयस्कों की तुलना में बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है और यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। बढ़ते मामलों के बीच टमाटर के सेवन का इस बुखार से कोई सम्बन्ध नहीं है। टमाटर इस बीमारी में सुरक्षित है। इस फ्लू में साफ सफाई का काफी ध्यान देने वाला है।
Tomato Fever के लक्षण
टमाटर फ्लू के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
- तेज बुखार
- डिहाइड्रेशन
- शरीर में चकत्ते, हाथ और पैर का रंग बदलना
- शरीर में फफोले पड़ना
- पेट में ऐंठन, जी मिचलाना
- बहती नाक, खांसी , छींक
- थकान और शरीर में दर्द
ये भी पढ़े : Corona Case in Gujrat : गुजरात में हुआ एक बार फिर कोरोना विस्फोट, अहमदाबाद के इंस्टीटूट में मिले 24 मरीज
Tomato Fever को रोकने की दी जाती है सलाह
बच्चों को टमाटर फ्लू के कारण होने वाले फफोले को खरोचने से रोकना होगा। बच्चों को उचित आराम और स्वच्छता की भी सलाह दी जाती है। फ्लू को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित व्यक्तियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले बर्तन, कपड़े और अन्य वस्तुओं को साफ करना चाहिए। हल्का गीला खाना खाने से डिहाइड्रेशन में काफी हद तक आराम मिलेगा। बच्चों में इस तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है।