UP Vidhansabha : यूपी विधानमंडल सत्र में बुधवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) और नेता प्रतिपक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि योगी बाबा को हस्तक्षेप करना पड़ा गया और तब जाके मामला शांत हुआ। केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि आप जो एक्सप्रेस वे और मेट्रो बनाने की बात करते हैं ऐसा लगता है कि जैसे आपने सैफई की जमीन या खेत बेचकर ये सारा निर्माण करवाया हो। जिस पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ताव खा गए और बात पिताजी तक पहुंच गई। कहने लगे आप कौन सा अपने पिताजी से पैसा लाए हो राशन बाटने के लिए।
UP Vidhansabha में अखिलेश यादव करने लगे हट्ट भक्क
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को केशव प्रसाद की बात इतनी बुरी लगी कि वह हट्ट भक्क करने लग गए। वो तो योगी बाबा बीच में आ गए नहीं तो कब हट्ट भक्क से माका ढाका हो जाये देर थोड़ी न लगती है। दोनों यूपी वाले नेताजी एक पर एक भारी पड़ जाते।
UP Vidhansabha में अखिलेश यादव ने योगी सरकार को लिया घेरे में
मुख्यमंत्री ने सदन के सदस्यों से मर्यादा बनाए रखने का अनुरोध किया। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली सरकार के शासन में जिस तरह वारदात और महिला अपराध बढ़े हैं उसकी कोई कल्पना भी नहीं की जा सकती। अखिलेश ने सिद्धार्थनगर में महिला की हत्या और चंदौली में बेटी के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर सरकार, प्रशासन और पुलिस अपराधियों के साथ खड़ी हो जाए तो पीड़ित को न्याय कैसे मिलेगा? समझ नहीं आता पुलिस दबंगई करने जाती है या दबिश देने।
UP Vidhansabha पुलिस थाने बन गए हैं अराजकता के केंद्र
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बोले पुलिस मामलों में कहानी बदल देती है क्या सरकार इसे स्वीकार करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि अप्रैल में प्रयागराज में पूरा परिवार ही खत्म कर दिया गया लेकिन अपराधी अब तक पकड़े नहीं गए। रामपुर में सत्तारूढ़ दल के नेता की पुलिस थाने (police station) में पिटाई की गई है। सरकार क्या कर रही है, क्या पुलिस थाने इसी तरह अराजकता का केंद्र बन जाएंगे। क्या सरकार अपराध होने के बाद ही जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी। सरकार बताए कि अपराध रोकने की क्या व्यवस्था है. रविवार को ही प्रदेश में 19 साल की बेटी से दुष्कर्म हुआ है। सरकार को जीरो टॉलरेंस का दावा करने से पहले डायल 112, 1090 के आंकड़ों और अखबारों में छपी खबरों को देखना चाहिए। सरकार डायल 112 और 1090 के आंकड़े सार्वजनिक करें।