Petrol Diesel Price: हाल ही के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। देश के ज्यादातर लोग वाहनों का इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण उनकी दिलचस्पी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बनी रहती है। ऐसे लोगों के लिए एक अच्छी खबर यह है कि गुरुवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई भी किसी भी तरह की उछाल देखी नहीं गई। हाल ही के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखे गए हैं मगर इसके बावजूद भी तेल कंपनियों में उपभोक्ताओं पर अपनी परवानी बना कर रखी है।
पिछले सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी मगर उसके बाद कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी उछाल देखने को मिली थी। बुधवार को फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर
रोजाना तेल कंपनियां सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल का नया रेट जारी करती है। गुरुवार को जारी किए गए रेट के अनुसार वाहन चलाने वाले लोगों को पेट्रोल और डीजल के लिए पुराने रेट पर ही भुगतान करना होगा। जोकि उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। इससे आपकी जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए पिछले महीने 21 मई को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कई राज्यों की सरकारों ने भी वैट की दरें घटाकर कम कर दी थी। जिससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत पहुंची। केंद्र और राज्य सरकार के इस कदम के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली थी और उसके बाद से ही लगातार स्थिरता का दौर बना हुआ है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने के कारण सरकार को महंगाई पर काबू पाने में भी काफी मदद मिली।
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कच्चे तेल खुले बाजार में बेचने पर अनुमति
इसी बीच केंद्र सरकार ने घरेलू कच्चे तेल को लेकर बड़ा फैसला किया है। घरेलू कच्चे तेल के क्षेत्र को सरकार ने नियंत्रण से पूरी तरह मुक्त कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में बुधवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली। सरकार के इस प्रस्ताव के बाद अब देश में कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली सभी कंपनियां अपनी मर्जी से खुले बाजार में किसी को भी तेल बेचने में सक्षम होगी।
जानकारी के अनुसार सरकार के इस फैसले से ओएनजीसी, ऑयल इंडिया और निजी तेल उत्पादन कंपनियों को बहुत फायदा होगा। केंद्र मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने बयान में कहा कि 1 अक्टूबर से नई नीति लागू होने के बाद देशभर में कच्चे तेल के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।
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