Poshan Abhiyan: क्या है पोषण अभियान योजना? इन राज्यों में किया गया लागू

Poshan Abhiyan: केंद्र के प्रमुख पोषण अभियान (Poshan Abhiyan) के सभी कार्यान्वयन के मामले में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और गुजरात को टॉप 3 बड़े राज्यों में शामिल किया गया। वहीं सिक्किम का प्रदर्शन छोटे राज्यों में सबसे बेहतर रहा। पोषण अभियान टाइटल वाली रिपोर्ट के अनुसार 19 बड़े राज्यों में से 12 राज्यों का कार्यान्वयन स्कोर 70% से अधिक रहा था। एक रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय शासित प्रदेशों में दादर, नगर हवेली, दमन और दीव टॉप स्थान पर है। दूसरी तरफ पोषण अभियान के समग्र कार्यान्वयन के मामले में सबसे कम प्रदर्शन करने वाले राज्य में से पंजाब और बिहार एक है।

Poshan Abhiyan: 2018 में शुरू हुआ पोषण अभियान

बता दें कि महिला और बाल विकास मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है पोषण अभियान (Poshan Abhiyan) । इस अभियान का उद्देश्य किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार करना है। यह अभियान साल 2018 में शुरू किया गया था। फिलहाल इस अभियान का उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान करने वाले बच्चों पर केंद्रित है। कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए सरकार देश में पोषण अभियान लागू कर रही है। सरकार का उद्देश्य है कि कुपोषण जैसी समस्या को देश में कम किया जाए। पोषण अभियान में देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों को शामिल किया गया है।

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Poshan Abhiyan: रिपोर्ट के मुताबिक

रिपोर्ट के अनुसार 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 12 से 23 उम्र की महिलाओं के 75% बच्चे थे, जो पूरी तरह से प्रतिरक्षित थे। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में 78% गर्भवती महिलाएं, 65% बच्चे और 76% स्तनपान कराने वाली महिलाएं थे। वहीं सिक्किम में 84% प्रेग्नेंट महिलाएं, 84 स्तनपान कराने वाली महिलाएं और 70% बच्चे थे। बता दें कि देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 50% से कम फंड का उपयोग किया गया। इस अभियान में धन के उपयोग में तेजी लाने और पर्याप्त संख्या में स्वास्थ सुविधा और सप्लाई सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ध्यान दिया गया है।

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